प्यार का सबक 😊
एक बार की बात है. एक राह चलते फकीर से एक लड़के ने पूछा– “बाबा! मैंने कई जगह पढ़ा है और कई लोगों से सुना भी है, कि ‘सच्चा प्यार बहुतो को नसीब नहीं होता’. मैं यह जानना चाहता हूं कि- लोग इस बात को क्यों बोलते है? लेखक! क्यों इस बात को अपनी किताबों में शब्दों के माध्यम से गढते हैं? इस बात में कितनी सच्चाई है? अगर आप मुझे बता सकते हैं, तो कृपया मेरा मार्गदर्शन करें.
उस वृद्ध फकीर ने लड़के की बातों को गौर से सुनकर गहरी सांस लेते हुए कहा– “बेटा! एक काम करो तुम्हारे घर के पास जो फूलों का बगीचा है, उस बगीचे से मुझे वहां का सबसे सुंदर फूल लाकर दो. मैं तुम्हारे हर सवाल का संतोषजनक उत्तर दूंगा”.
लड़के ने फकीर की शर्त मान ली और बगीचे से फूल लेने के लिए चला गया. कुछ समय के बाद वह लड़का खाली हाथ लौट कर वापस आ गया. उसके हाथ में किसी भी प्रकार का कोई फूल नहीं था. जब फकीर ने लड़के से पूछा कि– “फूल कहां है
तो लड़के ने कहा– “बाबा! जब बगीचे में पहुंचा था, तो मुझे शुरुआती पेड़ों पर बहुत ही सुंदर फूल मिल गया था. लेकिन मैं उससे भी अच्छे फूल की तलाश में पूरे बगीचे में भटकता रहा. जब मुझे कहीं भी उससे अच्छा फूल नहीं मिला, तब मैं उसी फूल को लेने के लिए वापस आया. लेकिन तब तक उस फूल को कोई और ले जा चुका था और मुझे खाली हाथ लौट कर वापस आना पड़ा”.
लड़के की पूरी बात सुनने के बाद, फकीर ने मुस्कुराते हुए कहा– “बेटा! ठीक ऐसा ही हमारी जिंदगी में भी होता है. कई लोग हर समय खुद के पास जो है उससे बेहतर खोजने में अपना समय व्यर्थ करते रहते हैं. लेकिन उनको यह पता नहीं होता कि जिस बेहतर प्यार या रिलेशनशिप को वह बाहर खोज रहे हैं, वह उनके पास पहले से है. जब तक उनको इस चीज का एहसास होता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है और बेहतर खोजने के चक्कर में वो हर तरफ से वंचित रह जाते हैं”.
किसी ने सच ही कहा है कि– “सच्चा प्यार बहुतो को नसीब नहीं होता”. इसीलिए अपने पुराने संबंधों की कद्र करना सीखिए. यह बात सुनकर लड़के की आंखों में एक अलग सी चमक आ गई. शायद उसे दुनिया का सबसे अनमोल सबक मिल चुका था. शायद उसे रिश्तो को निभाना गया था. वह लड़का मुस्कुराते हुए अपने घर वापस चला गया और फकीर ने भी अपना रास्ता लिया.
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love lesson 😊
Once upon a time. A boy asked the fakir while walking on a road – “Baba! I have read many places and heard from many people that ‘true love is not destined for many’. I want to know why people do this thing. Speak? Writers! Why do they make up this point in their books through words? How much truth is there in this? If you can tell me, please guide me.
The old mystic, listening carefully to the boy’s words, took a deep breath and said – “Son! Do one thing, the flower garden near your house, bring me the most beautiful flower from that garden. I will answer your every question. I will give a satisfactory answer”.
The boy accepted the condition of the fakir and went to collect flowers from the garden. After some time the boy came back empty handed. There was no flower of any kind in his hand. When the fakir asked the boy – “Where is the flower
So the boy said- “Baba! When I reached the garden, I found very beautiful flowers on the early trees. But I wandered all over the garden in search of a better flower than that. Whenever I found a better flower than that anywhere. Not found, then I came back to pick up the same flower. But by then someone else had taken that flower and I had to come back empty handed”.
After listening to the boy’s whole story, the fakir smiled and said- “Son! The same thing happens in our life too. Many people waste their time searching for better than what they have all the time. They don’t know that they already have the better love or relationship they are looking for outside.By the time they realize this, it is too late and they are trying to find better ones. side are left out”.
Someone has rightly said that – “True love is not destined for many”. That’s why learn to value your old relationships. Hearing this, a different gleam came in the boy’s eyes. Perhaps he had learned the most valuable lesson in the world. Perhaps he had gone to play Rishto. The boy smiled and went back to his house and the fakir also took his way.