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Diwali essay in hindi : Essay on diwali : diwali essay in english –

दिवाली [Diwali] पर निबंध (Diwali essay in hindi) – दीपावली [Deepawali] पर निबंध हिंदी में Class 1 से 10 तक के लिए यहाँ देखें

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दिवाली [Diwali] पर निबंध (Diwali Essay in Hindi) दिवाली [Diwali] हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहर है। बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक इस त्योहार और इसकी खूबियों से छात्रों को परिचित कराने के लिए छोटी कक्षाओं में दिवाली [Diwali] पर निबंध (Diwali Essay in Hindi) का प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पूछा जाता है। इस हिंदी दिवाली [Diwali] निबंध (Diwali Essay in Hindi) से उन युवा शिक्षार्थियों को फायदा मिलेगा जो दीवाली त्योहार पर हिंदी में निबंध लिखना चाहते हैं। हमने नीचे दिए गए निबंध में शुभ दिवाली [Diwali] त्योहार (Diwali Festival) के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का एक छोटा सा प्रयास किया है। बच्चे दिवाली [Diwali] पर हिंदी के इस निबंध से कुछ सीख कर लाभ उठा सकते हैं कि वाक्यों को कैसे तैयार किया जाए और साथ ही साथ अपने हिंदी लेखन कौशल को भी बेहतर बना सकते हैं।

प्रस्तावना (Introduction)

दिवाली [Diwali] हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है जिसे बहुत उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। बच्चों को दिवाली [Diwali] पर निबंध लिखकर उन्हें त्योहार के बारे में अपने आनंदमय अनुभव साझा करने का अवसर मिलता है। युवा आमतौर पर इस त्योहार को बेहद पसंद करते हैं क्योंकि यह सभी के लिए ढेर सारी खुशियाँ और आनंदमय क्षण लेकर आता है। वे अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं और अपने प्रियजनों के साथ बधाई और उपहार साझा करते हैं। अधिकतर लोग इस दौरान गूगल पर साल 2022 में दिवाली [Diwali] कब है ढूंढते हैं।

ऐसे में आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2022 में दिवाली [Diwali] पर्व 24 अक्टूबर, 2022 को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साल 2023 में दिवाली [Diwali] पर लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 18:54:52 से शुरू होकर 20:16:07 बजे खत्म हो जाएगा। लक्ष्मी पूजन मुहूर्त की कुल अवधि लगभग 01 घंटे 21 मिनट रहेगी। वहीं वर्ष 2021 में, 4 नवंबर को दिवाली [Diwali] का त्योहार देश भर में मनाया गया था।

छात्र नीचे दिए गए दिवाली [Diwali] त्योहार पर निबंध (Essay of Diwali Festival) की जांच कर सकते हैं और दिवाली [Diwali] त्योहार के बारे में अपने व्यक्तिगत अनुभव व्यक्त करने या साझा करने के लिए इस विषय पर कुछ पंक्तियां लिखने का प्रयास कर सकते हैं।

दिवाली [Diwali] पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi)

दीपावली [Deepawali] का अर्थ: दिवाली [Diwali] जिसे दीपावली [Deepawali]के नाम से भी जाना जाता है, भारत और दुनिया भर में रहने वाले हिंदुओं के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। ‘दीपावली [Deepawali]संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – दीप + आवली। ‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ तथा ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति। दीपावली [Deepawali] का त्योहार कार्तिक मास के अमावस्या के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार दुनिया भर के लोगों द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। हालांकि इसे हिंदू त्योहार माना जाता है, लेकिन विभिन्न समुदायों के लोग भी पटाखे और आतिशबाजी के जरिए इस उज्ज्वल त्योहार को मनाते हैं। Diwali essay in hindi : Essay on diwali : diwali essay in english –

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दीपावली [Deepawali] त्योहार की तैयारी: दीपावली [Deepawali] त्योहार की तैयारियां दिवाली [Diwali] से कई दिनों पहले ही आरंभ हो जाती है। दीपावली [Deepawali] के कई दिनों पहले से ही लोग अपने घरों की साफसफाई करने में जुट जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि जो घर साफसुथरे होते हैं, उन घरों में दिवाली [Diwali] के दिन माँ लक्ष्मी विराजमान होती हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करके वहां सुखसमृद्धि में बढ़ोत्तरी करती है। दिवाली [Diwali] के नजदीक आते ही लोग अपने घरों को दीपक और तरहतरह के लाइट से सजाना शुरू कर देते हैं।

दिवाली [Diwali] में पटाखों का महत्व: दिवाली [Diwali] को रोशनी का त्योहारकहा जाता है। लोग मिट्टी के बने दीपक जलाते हैं और अपने घरों को विभिन्न रंगों और आकारों की रोशनी से सजाते हैं, जिसे देखकर कोई भी मंत्रमुग्ध हो सकता है। बच्चों को पटाखे जलाना और विभिन्न तरह के आतिशबाजी जैसे फुलझड़ियां, रॉकेट, फव्वारे, चक्री आदि बहुत पसंद होते हैं।

दिवाली [Diwali] का इतिहास: हिंदुओं के अनुसार, दिवाली [Diwali] के दिन ही भगवान श्री राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और उनके उत्साही भक्त हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे, अमावस्या की रात होने के कारण दिवाली [Diwali] के दिन काफी अंधेरा होता है, जिस वजह से उस दिन पुरे अयोध्या को दीपों और फूलों से श्री श्री राम चंद्र के लिए सजाया गया था ताकि भगवान श्री राम के आगमन में कोई परेशानी न हो, तब से लेकर आज तक इसे दीपों का त्योहार और अंधेरे पर प्रकाश की जीत के रूप में मनाया जाता है।

इस शुभ अवसर पर, बाजारों में गणेश जी, लक्ष्मी जी, श्री राम जी आदि की मूर्तियों की खरीदारी की जाती है। बाजारों में खूब चहल पहल होती है। लोग इस अवसर पर नए कपड़े, बर्तन, मिठाइयां आदि खरीदते है। हिंदुओं द्वारा देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है क्योंकि व्यापारी दिवाली [Diwali] पर नई खाता बही की शुरुआत करते हैं। साथ ही, लोगों का मानना है कि यह खूबसूरत त्योहार सभी के लिए धन, समृद्धि और सफलता लाता है। लोग दिवाली [Diwali] के त्योहार के दौरान अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ उपहारों का आदानप्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं।

दीपवाली से जुड़ी सामाजिक कुरीतियां

दिवाली [Diwali] जैसे धार्मिक महत्व वाले पर्व को भी कुछ असामाजिक तत्व अपने निरंतर प्रयास जैसे मदिरापान, जुआ खेलना, टोनाटोटका करना और पटाखों के गलत इस्तेमाल से ख़राब करने में जुटे रहते हैं। अगर समाज में दिवाली [Diwali] के दिन इन कुरीतियों को दूर रखा जाए तो दिवाली [Diwali] का पर्व वास्तव में शुभ दीपावली [Deepawali] हो जाएगा।

दीपावली का निबंध हिंदी में 15 लाइन

उपसंहार (Conclusion)

दीपावली [Deepawali] अपने अंदर के अंधकार को मिटा कर समूचे वातावरण को प्रकाशमय बनाने का त्योहार है। बच्चे अपनी इच्छानुसार बम, फुलझड़ियाँ तथा अन्य पटाखे खरीदते हैं और आतिशबाजी का आनंद उठाते हैं। हमें इस बात को समझना होगा कि दीपावली [Deepawali] के त्योहार का अर्थ दीप, प्रेम और सुखसमृद्धि से है। इसलिए पटाखों का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक और अपने बड़ों के सामने रहकर करना चाहिए। दिवाली [Diwali] का त्योहार हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। दीपावली [Deepawali] का त्योहार सांस्कृतिक और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। इस त्योहार के कारण लोगों में आज भी सामाजिक एकता बनी हुई है।

हिंदी साहित्यकार गोपालदास नीरज ने भी कहा है, “जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए।इसलिए दीपोत्सव यानि दीपावली [Deepawali] पर प्रेम और सौहार्द को बढ़ावा देने के प्रयत्न करने चाहिए।

दीपावली [Deepawali] के साथ मनाए जाने वाले उत्सव (Celebrations celebrated with Deepawali)

दीपावली [Deepawali] का यह त्योहार करीब 5 दिनों का होता है। जिस के पहले दिन धनतेरस होता है। धनतेरस के दिन लोग धातु की वस्तुओं जैसे सोने और चांदी के आभूषण को खरीद कर अपने घर जरूर लेकर जाते हैं।

दीपावली पर निबंध 200 शब्द hindi

दीपावली [Deepawali] का दूसरा दिन नरक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। कुछ लोग इस दिन को छोटी दिवाली [Diwali] के रूप में भी मनाते हैं।

तीसरा दिन दीपावली [Deepawali] त्योहार का मुख्य दिन होता है। इस दिन महालक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है।

दीपावली [Deepawali] के चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है, क्योंकि इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से हुई मूसलाधार वर्षा से लोगों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था।


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दीपावली का निबंध हिंदी में 20 लाइन

दिवाली [Diwali] के त्योहार के आखिरी दिन को भाई दूज के रूप में मनाया जाता है।

दिवाली [Diwali] पर निबंध 10 लाइन

1) दीपावली [Deepawali] को दीपों का त्योहार कहा जाता है।

2) दिवाली [Diwali] भारत का सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ा त्यौहार है।

3) यह त्यौहार भगवान श्री राम की याद में मनाया जाता है जो चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे।

4) इस अवसर पर हिंदू मिट्टी के दीपक जलाते हैं और अपने घरों को रंगोली से सजाते हैं।

5) बच्चे इस त्योहार पर पटाखे जलाकर बहुत खुश होते हैं।

6) हिंदुओं में इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

7) युवा, वयस्क और बूढ़े सभी देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं।

8) हिंदू अपने दोस्तों और पड़ोसियों के साथ मिठाई और उपहार बांटते हैं।

9) भारत में सार्वजनिक अवकाश मनाया जाता है और लोग इस त्योहार का बड़े उत्साह के साथ आनंद लेते हैं।

10) यह हिंदुओं के सबसे प्रिय और आनंददायक त्योहारों में से एक है।


दिवाली पर निबंध | Diwali Essay in Hindi : दीपावली का निबंध हिंदी में यहां पढ़ें

दिवाली पर निबंध | Diwali essay in hindi

दिवाली (दीपावली) का पर्व हर किसी के लिए खुशियां (happiness) लेकर आता है, फिर चाहे वो बड़ा हो या बच्चा हो। हर कोई इस पर्व को बड़ी ही धूम धाम से मनाता है। साथ ही स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों (schools, colleges, office) आदि में भी दीपावली/दीवाली का पर्व बहुत ही उल्लास के साथ मनाया है। ये पर्व वर्ष (Year) में एक बार आता है जो कि October or November माह में होता है। दीपावली/दीवाली आते ही लोग अपने घर की साफ-सफाई (cleanliness) भी करते है। नए कपड़े पहनते है, मिठाई खाते हैं, दीपक (दिया) जलाते है, पटाखे जलाते हैं, लक्ष्मी-गणेश भगवान की पूजा अर्चना (पूजन) (पूजा अर्चना (पूजन) नाम का मतलबआपको बता दें कि पूजा अर्चना (पूजन) का मतलब मूर्तिपूजा अर्चना (पूजन) होता है। मूर्तिपूजा अर्चना (पूजन) होना बहुत अच्छा माना जाता है और इसकी झलक पूजा अर्चना (पूजन) नाम के लोगों में भी दिखती है। शास्त्रों में पूजा अर्चना (पूजन) नाम को काफी अच्छा माना गया है और इसका मतलब यानी मूर्तिपूजा अर्चना (पूजन) भी लोगों को बहुत पसंद आता है) करते हैं। दीपावली/दीवाली के पर्व के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप नीचे दिए गए Diwali essay in hindi पढ़ सकते हैं।

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दीपावली का निबंध (Diwali essay in hindi :- 400-500 Words)

दिवाली के इस विशेष त्योहार के लिए हिंदू धर्म के लोग बहुत उत्सुकता से इंतजार करते हैं। यह बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए हर किसी का सबसे महत्वपूर्ण और पसंदीदा पर्व है। दीपावली/दीवाली INDIA का सबसे महत्वपूर्ण और मशहूर पर्व है। जो पूरे देश में साथ-साथ हर वर्ष (Year) मनाया जाता है। रावण को पराजित करने के बाद, 14 वर्ष (Year) के निर्वासन के लंबे समय के बाद भगवान श्री राम अपने राज्य अयोध्या में लौटे थे। लोग आज भी इस दिन को बहुत उत्साहजनक तरीके से मनाते (celebrate) हैं। भगवान श्री राम के लौटने वाले दिन, अयोध्या के लोगों ने अपने घरों और मार्गों को बड़े उत्साह के साथ अपने भगवान का स्वागत करने के लिए प्रकाशित किया था। यह एक पवित्र हिंदू पर्व है जो बुरेपन पर अच्छाई (goodness) की जीत का प्रतीक है। यह सिखों द्वारा भी मुगल सम्राट जहांगीर द्वारा ग्वालियर जेल से अपने 6 वें गुरु, हरगोबिंद जी की रिहाई मनाने के लिए मनाया जाता है।

इस दिन बाजारों को एक दुल्हन की तरह रोशनी (light) से सजाया जाता है ताकि वह इससे एक अद्भुत पर्व दिख सके। इस दिन बाजार बड़ी भीड़ से भरा होता है, विशेष रूप से मीठाई की दुकानें। बच्चों को बाजार से नए कपड़े, पटाखे, मिठाई, उपहार, मोमबत्तियां और खिलौने मिलते हैं। लोग अपने घरों को साफ करते हैं और त्योहार के कुछ दिन पहले रोशनी से सजाते हैं। Hindu calendar के अनुसार सूर्यास्त के बाद लोग देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अर्चना (पूजन) करते हैं। वे अधिक आशीर्वाद, स्वास्थ्य, धन और उज्जवल भविष्य पाने के लिए भगवान और देवी से प्रार्थना करते हैं। वे दिवाली पर्व के सभी पांच दिनों में खाद्य पदार्थों और मिठाई के स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं। लोग इस दिन पासा, कार्ड गेम और कई अन्य प्रकार के खेल खेलते हैं। अच्छी गतिविधियों के करीब आते हैं और बुरी आदतों को दूर करते हैं।

पहले दिन धनतेरस (Dhanteras) या धन्त्ररावदाशी के रूप में जाना जाता है जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना (पूजन) करके मनाया जाता है। लोग देवी को खुश करने के लिए आरती, भक्ति गीत और मंत्र गाते हैं। दूसरे दिन नरका चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में जाना जाता है जिसे भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना (पूजन) करके मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने राक्षस राजा नारकसुर को मार डाला था। तीसरे दिन मुख्य दिवाली दिवस के रूप में जाना जाता है जिसे शाम को रिश्तेदारों, दोस्तों, पड़ोसियों और जलती हुई फायर क्रैकर्स के बीच मिठाई और उपहार वितरित करते हुए देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना (पूजन) करके मनाया जाता है। चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना (पूजन) करके गोवर्धन पूजा अर्चना (पूजन) के रूप में जाना जाता है। लोग अपने दरवाजे पर पूजा अर्चना (पूजन) करकेगोबर के गोवर्धन बनाते हैं। पांचवें दिन यम द्वितिया या भाई दौज के रूप में जाना जाता है जिसे भाइयों और बहनों द्वारा मनाया जाता है। बहनों ने अपने भाइयों को भाई दौज के पर्व का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करती हैं।

दिपावली का निबंध (Diwali essay in hindi :- 200-300 Words) शॉर्ट निबंध

दिपावली का पर्व INDIA में और अन्य कई देशों में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। दीपावली को दीपक (दिया) का पर्व भी कहा जाता है। दिवाली का पर्व INDIA के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। जिसे INDIA में बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री श्री राम ने रावण को पराजित करके और अपना 14 वर्ष (Year) का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। श्री श्री राम भगवान की आने की खुशी वहां के सभी लोगों ने दिये जलाए थे। तब से लेकर अब तक हर वर्ष इस दिन को दीपावली/दीवाली के पर्व के रूप में मनाया जाता है। लोग आज भी इस दिन को उतने की खुशी से मनाते (celebrate) हैं। ये पर्व बच्चा, बूढें, बड़े हर कोई बहुत ही अच्छे से मनाता है। यहां तक कि स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में भी दीपावली/दीवाली को पर्व को बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। इन दिन लोग एक दूसरे को दीपावली/दीवाली की बधाई देते हैं और बहुत से उपहार भी तोहफे के रूप में देते हैं।

दिवाली का पर्व हर वर्ष (Year) अक्टूबर या नवम्बर माह में मनाया जाता है। दीपावली/दीवाली आने से कुछ दिन पहले ही लोग इस पर्व को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं। दीपावली/दीवाली के दिन लोग अपनी दुकानें, अपना घर, स्कूल, दफ्तर आदि को दुल्हन की तरह सजाते हैं। सभी लोग नए कपड़े खरीदते हैं, इस दिन घर और दुकानों की भी अच्छे से सफाई की जाती है। दीपावली/दीवाली की रात पूरा INDIA जगमगाता है। रंग बिरंगी लाइटें, दिए, मोमबत्ती आदि से पूरे INDIA को सजाया जाता है। दीपावली/दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा अर्चना (पूजन) की जाती है। पूजा अर्चना (पूजन) करने के बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों और अपने रिश्तेदारों को प्रसाद, मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं। इस दिन लोग पटाखे, बम, फुलजड़ी आदि भी जलाते हैं। दीपावली/दीवाली के पर्व को बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। INDIA की नहीं बल्कि और भी कई देशों में दीपावली/दीवाली का पर्व बहुत की धूम धाम से मनाया जाता है।

दिपावली (Diwali essay in hindi ) पर 10 लाइनें

  • दिवाली का पर्व हिंदूओ के प्रमुख त्यौहारों में से एक है।
  • दिपावली को दीपक (दिया) का पर्व भी कहा जाता है।
  • दिवाली इसलिए मनायी जाती है क्योंकि इस दिन भगवान श्री श्री राम 14 वर्ष (Year) का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे।
  • भगवान श्री श्री राम के वापिस अयोध्या लौटने की खुशी में वहां के लोगों ने इस दिन को दीपावली/दीवाली के रूप में मनाया।
  • दिवाली का पर्व हर वर्ष (Year) अक्टूबर या नवम्बर माह में आता है।
  • इस दिन पूरे INDIA को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।
  • दीपावली/दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा अर्चना (पूजन) की जाती है।
  • इन दिन सभी लोग अपने घरों, दुकानों, दफ्तरों आदि में दीपक (दिया) जलाते हैं।
  • दीपावली/दीवाली के दिन सभी लोग अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं।
  • इन दिन बहुत से लोग पटाखे, फुलझड़ी, बम आदि भी जलाते हैं।

Frequently Asked Question (FAQs) - दिवाली [Diwali] पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi) - दीपावली [Deepawali] पर निबंध हिंदी में Class 1 से 10 तक के लिए यहाँ देखें


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