साधना क्या है..🤔 ( What is sadhana. 🤔)
What is sadhana – साधना क्या है – पत्थर पर यदि बहुत पानी एकदम से डाल दिया जाए तो पत्थर केवल भीगेगा।
फिर पानी बह जाएगा और पत्थर सूख जाएगा।
किन्तु वह पानी यदि बूंद-बूंद पत्थर पर एक ही जगह पर गिरता रहेगा, तो पत्थर में छेद होगा और कुछ दिनों बाद पत्थर टूट भी जाएगा।
इसी प्रकार निश्चित स्थान पर नाम स्मरण की साधना की जाएगी तो उसका परिणाम अधिक होता है ।
चक्की में दो पाटे होते हैं।
उनमें यदि एक स्थिर रहकर, दूसरा घूमता रहे तो अनाज पिस जाता है और आटा बाहर आ जाता है।
यदि दोनों पाटे एक साथ घूमते रहेंगे तो अनाज नहीं पिसेगा और परिश्रम व्यर्थ होगा।
इसी प्रकार मनुष्य में भी दो पाटे हैं –
एक मन और दूसरा शरीर।
उसमें मन स्थिर पाटा है और शरीर घूमने वाला पाटा है।
अपने मन को भगवान के प्रति स्थिर किया जाए और शरीर से गृहस्थी के कार्य किए जाएं।
प्रारब्ध रूपी खूँटा शरीर रूपी पाटे में बैठकर उसे घूमाता है और घूमाता रहेगा,
लेकिन मन रूपी पाटे को सिर्फ भगवान के प्रति स्थिर रखना है।
देह को तो प्रारब्ध पर छोड़ दिया जाए और मन को नाम-सुमिरन में विलीन कर दिया जाए –
यही नाम साधना है।
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What is spiritual practice?
If a lot of water is poured on the stone, then the stone will only get wet.
Then the water will flow and the stone will dry up.
But if that water continues to fall at one place on the stone, then there will be a hole in the stone and after a few days the stone will break.
In the same way, the name remembrance will be practiced at a certain place, so it results more.
There are two floors in the mill.
If one remains in them, the other rotates, the grain is crushed and the dough comes out.
If the two wheels move together, the grain will not be crushed and the labor will be in vain.
Similarly, human beings also have two legs –
One mind and another body.
In it the mind is fixed and the body is rotating.
Let your mind be fixed towards God and the work done by the householder at home.
The stubbed head sits in the body and rotates it, and will continue to rotate,
But the heart of the mind has to be fixed only towards God.
The body should be left on destiny and the mind merged into the name – Sumiran –
This name is Sadhana.