क्या आपने कभी सोचा है कि Gold खरीदने का ऐसा तरीका हो, जिसमें न तो आपको ज्वेलरी की दुकान जाना पड़े, न ही लॉकर में Gold रखने की टेंशन हो? 😎 यही है Gold ETF का जादू! लेकिन Gold ETF kya hota hai? अगर आप ये सोच रहे हैं, तो ये ब्लॉग आपके लिए है। हम Gold ETF क्या है, इसे कैसे खरीदें, इसके फायदे-नुकसान, और बहुत कुछ आसान हिंदी में समझाएंगे। तो चलिए, शुरू करते हैं! 🚀
Gold ETF का मतलब क्या होता है? 🤔
Gold ETF यानी Gold Exchange Traded Fund एक ऐसा निवेश विकल्प है, जो आपको सोने में निवेश करने की सुविधा देता है बिना उसे फिजिकल रूप में खरीदे। इसे आप स्टॉक मार्केट में ट्रेड होने वाले शेयर की तरह खरीद सकते हैं। आसान भाषा में कहें तो, Gold ETF एक तरह का म्यूचुअल फंड है, जो 99.5% शुद्ध सोने में निवेश करता है। इसका मूल्य सोने की Priceों के आधार पर बदलता रहता है।
- क्या खास है? आपको सोने को घर पर रखने या उसकी सुरक्षा की चिंता नहीं करनी पड़ती। 🏦
- कहां ट्रेड होता है? इसे आप BSE या NSE जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद-बेच सकते हैं।
- मिनिमम इन्वेस्टमेंट? आप 1 ग्राम सोने जितनी छोटी राशि से भी शुरू कर सकते हैं! 😍
Gold ETF कैसे काम करता है? 🛠️
Gold ka ETF kya hota hai समझने के लिए इसका काम करने का तरीका जानना जरूरी है। जब आप Gold ETF में निवेश करते हैं, तो आप असल में सोने की यूनिट्स खरीदते हैं, जो फिजिकल सोने का प्रतिनिधित्व करती हैं। ये Gold फंड मैनेजर द्वारा सुरक्षित वॉल्ट में रखा जाता है।
काम करने का प्रोसेस:
- फंड हाउस: एक म्यूचुअल फंड कंपनी (जैसे SBI, HDFC, या Tata) Gold ETF लॉन्च करती है।
- सोने की खरीद: ये फंड हाउस आपके पैसे से 99.5% शुद्ध Gold खरीदता है।
- यूनिट्स अलॉटमेंट: आपको सोने की Price के आधार पर ETF यूनिट्स मिलती हैं।
- ट्रेडिंग: आप इन यूनिट्स को स्टॉक मार्केट में खरीद-बेच सकते हैं, जैसे कोई शेयर। 📈
उदाहरण:
मान लीजिए, 1 ग्राम सोने की Price ₹6,000 है। अगर आप 10 यूनिट्स खरीदते हैं, तो आपका निवेश ₹60,000 का होगा। अगर सोने की Price बढ़कर ₹7,000 हो जाती है, तो आपकी यूनिट्स की वैल्यू ₹70,000 हो जाएगी। प्रॉफिट! 💰
Gold ETF के फायदे क्या हैं? 🌟
Gold ETF kya hai समझने के बाद इसके फायदे जानना जरूरी है। ये कुछ कारण हैं, जिनकी वजह से लोग Gold ETF में निवेश करना पसंद करते हैं:
- कोई स्टोरेज की टेंशन नहीं: फिजिकल सोने को लॉकर में रखने की जरूरत नहीं। ETF में Gold डिजिटल फॉर्म में होता है। 🔒
- लिक्विडिटी: आप इसे स्टॉक मार्केट में कभी भी खरीद-बेच सकते हैं। 🕒
- कम लागत: ज्वेलरी या Gold कॉइन्स की तुलना में Gold ETF में मेकिंग चार्जेस या स्टोरेज कॉस्ट नहीं होता।
- पारदर्शिता: सोने की Price’s स्टॉक एक्सचेंज पर हर पल अपडेट होती हैं, जिससे आपको सही वैल्यू पता चलती है। 📊
- डायवर्सिफिकेशन: Gold ETF आपके पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करता है और मार्केट रिस्क को कम करता है। 🛡️
- SEBI रेगुलेशन: भारत में Gold ETF को SEBI रेगुलेट करती है, जो इसे सुरक्षित बनाता है।
Gold ETF के नुकसान क्या हैं? 😕
हर निवेश की तरह Gold ETF के भी कुछ नुकसान हैं। Gold ETF खराब क्यों है सवाल का जवाब इन पॉइंट्स में मिलेगा:
- मार्केट रिस्क: सोने की Price’s घटने पर आपको नुकसान हो सकता है। 📉
- कोई डिविडेंड नहीं: Gold ETF में आपको डिविडेंड या इंटरेस्ट नहीं मिलता, जैसा कि स्टॉक्स या बॉन्ड्स में मिलता है।
- ब्रोकरेज फीस: खरीद-बिक्री के लिए आपको ब्रोकर को फीस देनी पड़ती है, जो 0.5% से 1% तक हो सकती है।
- लॉन्ग-टर्म गेन TAX: अगर आप 3 साल से ज्यादा होल्ड करते हैं, तो लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन TAX (20% इंडेक्सेशन के साथ) लागू होता है। 💸
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Gold ETF की Price कैसे तय होती है? 💸
Gold ETF kya hota hai price समझने के लिए ये जानना जरूरी है कि इसकी Price सोने की अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मार्केट Priceों पर निर्भर करती है। कुछ फैक्टर्स जो Price को प्रभावित करते हैं:
- ग्लोबल Gold प्राइस: सोने की Price’s लंदन बुलियन मार्केट के आधार पर तय होती हैं।
- रुपए की वैल्यू: अगर रुपये की वैल्यू डॉलर के मुकाबले कम होती है, तो सोने की Price बढ़ती है। 💵
- डिमांड और सप्लाई: अगर सोने की डिमांड बढ़ती है (जैसे त्योहारों में), तो Price’s बढ़ सकती हैं।
- इन्फ्लेशन: इन्फ्लेशन बढ़ने पर लोग Gold में निवेश बढ़ाते हैं, जिससे Price’s चढ़ती हैं। 📈
उदाहरण:
अगर 1 ग्राम सोने की Price ₹6,000 है और ETF की 1 यूनिट 1 ग्राम को रिप्रेजेंट करती है, तो उस यूनिट की Price भी लगभग ₹6,000 होगी। लेकिन इसमें थोड़ा बहुत एक्सपेंस रेशियो (0.5-1%) और ब्रोकरेज फीस जुड़ सकता है।
भारत में बेस्ट Gold ETF कौन से हैं? 🏆
बेस्ट Gold ETF कौन से हैं? ये सवाल हर निवेशक के दिमाग में होता है। भारत में कई फंड हाउसेज Gold ETF ऑफर करते हैं। नीचे एक टेबल है, जिसमें कुछ पॉपुलर Gold ETF की जानकारी दी गई है (2025 के आधार पर):
ETF का नाम | फंड हाउस | एक्सपेंस रेशियो | 1 साल का रिटर्न (2024) | AUM (₹ करोड़ में) |
---|---|---|---|---|
SBI Gold ETF | SBI Mutual Fund | 0.65% | 22% | 4,500 |
HDFC Gold ETF | HDFC Mutual Fund | 0.59% | 21.5% | 3,800 |
Nippon India ETF Gold BeES | Nippon India | 0.79% | 23% | 8,000 |
Tata Gold ETF | Tata Mutual Fund | 0.62% | 20% | 1,200 |
ICICI Prudential Gold ETF | ICICI Prudential | 0.50% | 21% | 3,500 |
नोट: रिटर्न और AUM डेटा अनुमानित हैं और मार्केट के हिसाब से बदल सकते हैं। निवेश से पहले रिसर्च करें।
क्या टाटा Gold ETF खरीदना अच्छा है?
टाटा Gold ETF हाल ही में लॉन्च हुआ है और इसका एक्सपेंस रेशियो कम है (0.62%)। अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेश चाहते हैं, तो ये एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। लेकिन, 2025 में टाटा Gold ETF की Price सोने की मार्केट प्राइस पर निर्भर करेगी। उदाहरण के लिए, अगर 1 ग्राम Gold ₹7,000 है, तो 1 यूनिट की Price भी उसी के आसपास होगी।
सोने के ETF में निवेश कैसे करें? 🛒
सोने के ETF में निवेश कैसे करें सवाल का जवाब आसान है। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस है:
- डिमैट Account खोलें:
- आपको एक डिमैट और ट्रेडिंग Account की जरूरत होगी। आप Zerodha, Upstox, या Groww जैसे प्लेटफॉर्म्स पर Account खोल सकते हैं।
- ETF चुनें:
- अपने रिसर्च के आधार पर एक Gold ETF चुनें (जैसे SBI Gold ETF या Nippon Gold BeES)।
- लॉगिन करें:
- अपने ट्रेडिंग Account में लॉगिन करें और ETF सेक्शन में जाएं।
- खरीदें:
- ETF का नाम सर्च करें, यूनिट्स की संख्या चुनें, और ‘Buy’ पर क्लिक करें। 🛍️
- SIP ऑप्शन:
- कुछ प्लेटफॉर्म्स पर आप सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए भी ETF खरीद सकते हैं।
ETF में 1 ग्राम Gold कैसे खरीदें?
ज्यादातर Gold ETF में 1 यूनिट = 1 ग्राम सोने के बराबर होती है। अगर 1 ग्राम सोने की Price ₹6,000 है, तो आप 1 यूनिट ₹6,000 में खरीद सकते हैं। बस अपने डिमैट Account से ETF खरीदें, और आपका 1 ग्राम Gold डिजिटल फॉर्म में आपके पास होगा। 😊
क्या Gold ETF में निवेश करना चाहिए? 🤷♂️
क्या हमें Gold ETF में निवेश करना चाहिए? इसका जवाब आपके निवेश गोल्स और रिस्क लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।
क्यों निवेश करें?
- इन्फ्लेशन हेज: Gold की वैल्यू इन्फ्लेशन के समय बढ़ती है, जो आपके पैसे को सुरक्षित रखता है।
- पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन: Gold का स्टॉक मार्केट से कम कोरिलेशन होता है, जिससे रिस्क कम होता है। 📊
- लॉन्ग-टर्म ग्रोथ: सोने ने लंबे समय में अच्छा रिटर्न दिया है।
कब न करें?
- अगर आप शॉर्ट-टर्म में हाई रिटर्न चाहते हैं, तो Gold ETF आपके लिए नहीं है।
- अगर आप डिविडेंड या रेगुलर इनकम चाहते हैं, तो स्टॉक्स या बॉन्ड्स बेहतर हैं।
एक्सपर्ट टिप: अपने पोर्टफोलियो का 5-10% Gold ETF में निवेश करें ताकि रिस्क बैलेंस रहे।
क्या Gold ETF भारत में कर योग्य है? 💰
हां, Gold ETF पर TAX लागू होता है। भारत में TAX नियम इस प्रकार हैं:
- शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG): अगर आप 3 साल से कम समय में ETF बेचते हैं, तो प्रॉफिट पर आपकी इनकम TAX स्लैब के हिसाब से TAX लगेगा।
- लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG): 3 साल से ज्यादा होल्ड करने पर 20% TAX (इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ) लगता है।
- नो TDS: Gold ETF पर कोई TDS नहीं कटता, जो एक फायदा है। 😊
उदाहरण: अगर आप ₹50,000 में ETF खरीदते हैं और 4 साल बाद ₹70,000 में बेचते हैं, तो ₹20,000 का प्रॉफिट LTCG होगा। इंडेक्सेशन के बाद TAX कम हो सकता है।
भारत में Gold ETF कहां से खरीदें? 🛍️
भारत में Gold ETF कहां से खरीदें? ये कुछ पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स हैं:
प्लेटफॉर्म | फायदे | फीस |
---|---|---|
Zerodha | कम ब्रोकरेज, यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस | ₹0 डिलीवरी चार्ज |
Groww | आसान UI, SIP ऑप्शन | कम ब्रोकरेज |
Upstox | फास्ट ट्रेडिंग, लो फीस | ₹20/ट्रेड |
Angel One | रिसर्च टूल्स, एक्सपर्ट एडवाइस | 0.25% ब्रोकरेज |
टिप: हमेशा SEBI-रजिस्टर्ड ब्रोकर चुनें और निवेश से पहले ETF की डिटेल्स चेक करें।
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क्या मैं कभी भी Gold ETF बेच सकता हूं? 🕒
हां, Gold ETF की सबसे बड़ी खासियत है इसकी लिक्विडिटी। आप इसे स्टॉक मार्केट के ट्रेडिंग घंटों (सुबह 9:15 से दोपहर 3:30 तक) में कभी भी बेच सकते हैं। बस अपने डिमैट Account से ‘Sell’ ऑप्शन चुनें, और पैसे आपके बैंक Account में 1-2 दिन में आ जाएंगे। 😊
क्या ETF सुरक्षित है? 🔒
क्या ETF सुरक्षित है? हां, Gold ETF को भारत में SEBI रेगुलेट करती है, जो इसे सुरक्षित बनाता है। लेकिन कुछ रिस्क भी हैं:
- मार्केट रिस्क: सोने की Price’s घटने पर नुकसान हो सकता है।
- काउंटरपार्टी रिस्क: फंड हाउस या कस्टोडियन के फेल होने का रिस्क (हालांकि ये बहुत कम है)।
- लिक्विडिटी रिस्क: कुछ ETF में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम हो सकता है, जिससे बेचने में दिक्कत हो।
एक्सपर्ट टिप: हमेशा हाई AUM और लो एक्सपेंस रेशियो वाले ETF चुनें, जैसे Nippon Gold BeES।
सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला ETF कौन सा है? 📈
सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला ETF हर साल बदल सकता है, क्योंकि ये सोने की Priceों पर निर्भर करता है। 2024 में Nippon India ETF Gold BeES ने 23% का रिटर्न दिया, जो सबसे ज्यादा था। लेकिन रिटर्न का अनुमान लगाना मुश्किल है, क्योंकि Gold प्राइस ग्लोबल फैक्टर्स पर डिपेंड करता है।
कौन सा Gold ETF सबसे अच्छा है? 🥇
कौन सा Gold ETF सबसे अच्छा है? ये आपके निवेश गोल्स पर निर्भर करता है। कुछ पॉपुलर ऑप्शन्स:
- Nippon India ETF Gold BeES: हाई AUM, अच्छी लिक्विडिटी।
- SBI Gold ETF: लो एक्सपेंस रेशियो, भरोसेमंद ब्रांड।
- HDFC Gold ETF: अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड, लो फीस।
टिप: हमेशा AUM, एक्सपेंस रेशियो, और ट्रैक रिकॉर्ड चेक करें।
ETF का राजा कौन है? 👑
ETF का राजा वो ETF है, जो हाई रिटर्न, लो फीस, और अच्छी लिक्विडिटी देता है। भारत में Nippon India ETF Gold BeES को अक्सर ‘ETF का राजा’ कहा जाता है, क्योंकि इसका AUM सबसे ज्यादा (₹8,000 करोड़) और ट्रेडिंग वॉल्यूम हाई है।
सबसे सुरक्षित निवेश कौन सा है? 🛡️
सबसे सुरक्षित निवेश की बात करें, तो Gold ETF को रिस्क-एवर्स निवेशकों के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आप और भी सुरक्षित ऑप्शन्स चाहते हैं, तो ये देखें:
- Sovereign Gold Bonds (SGB): सरकार द्वारा समर्थित, 2.5% सालाना ब्याज।
- Fixed Deposits: बैंक FD में रिस्क जीरो के करीब, लेकिन रिटर्न कम।
- PPF: लॉन्ग-टर्म के लिए सुरक्षित, TAX-फ्री रिटर्न।
Gold ETF इनमें से ज्यादा लिक्विड है, लेकिन मार्केट रिस्क के साथ आता है।
Gold ETF की ग्रोथ रेट कितनी है? 📊
Gold ETF की ग्रोथ रेट सोने की Priceों पर निर्भर करती है। पिछले 10 सालों में Gold ने औसतन 8-10% CAGR (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दिया है। 2024 में Gold ETF ने 20-23% रिटर्न दिया, जो स्टॉक मार्केट से बेहतर था। लेकिन ये ग्रोथ हर साल अलग हो सकती है।
ETF कैसे खरीदें? 🛒
ETF कैसे खरीदें का जवाब ऊपर दिए स्टेप्स में है। संक्षेप में:
- डिमैट Account खोलें।
- ETF चुनें।
- ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लॉगिन करें।
- यूनिट्स खरीदें।
टिप: छोटी राशि से शुरू करें और SIP के जरिए नियमित निवेश करें।
कौन सा Gold ETF सबसे ज्यादा लाभांश देता है? ❓
Gold ETF में कोई लाभांश (डिविडेंड) नहीं मिलता, क्योंकि ये सोने की Priceों पर आधारित होते हैं। आपका प्रॉफिट केवल सोने की Price बढ़ने पर मिलता है। अगर आप डिविडेंड चाहते हैं, तो स्टॉक ETF या डिविडेंड-पेइंग स्टॉक्स में निवेश करें।
सबसे अच्छा EV ETF क्या है? ⚡️
EV ETF का सवाल Gold ETF से अलग है। भारत में अभी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) ETF सीमित हैं, लेकिन कुछ ग्लोबल EV ETF (जैसे Global X Autonomous & Electric Vehicles ETF) को आप डिमैट Account के जरिए खरीद सकते हैं। भारत में Mirae Asset NYSE FANG+ ETF टेक्नोलॉजी सेक्टर में EV से जुड़ा हो सकता है।
कौन सा बेहतर है: SBI Gold फंड या SBI Gold ETF? 🤔
SBI Gold फंड और SBI Gold ETF में कुछ अंतर हैं:
पैरामीटर | SBI Gold फंड | SBI Gold ETF |
---|---|---|
प्रकार | म्यूचुअल फंड | एक्सचेंज ट्रेडेड फंड |
निवेश | Gold ETF और Gold माइनिंग स्टॉक्स | 99.5% शुद्ध Gold |
लिक्विडिटी | NAV पर खरीद-बिक्री | स्टॉक मार्केट में रियल-टाइम ट्रेडिंग |
एक्सपेंस रेशियो | ज्यादा (1-1.5%) | कम (0.65%) |
मिनिमम इन्वेस्टमेंट | ₹500 से शुरू | 1 यूनिट (1 ग्राम) |
कौन बेहतर है?
- अगर आप लिक्विडिटी और कम फीस चाहते हैं, तो SBI Gold ETF बेहतर है।
- अगर आप SIP और डायवर्सिफिकेशन (Gold + माइनिंग स्टॉक्स) चाहते हैं, तो SBI Gold फंड चुनें।
भारत में कौन से सोने के शेयर खरीदने हैं? 📈
सोने के शेयर से मतलब Gold माइनिंग कंपनियों या ज्वेलरी ब्रांड्स के शेयर हो सकता है। भारत में कुछ पॉपुलर ऑप्शन्स:
- Titan Company: ज्वेलरी सेक्टर की लीडिंग कंपनी।
- Rajesh Exports: Gold ज्वेलरी और एक्सपोर्ट में बड़ा नाम।
- Kalyan Jewellers: तेजी से बढ़ता ज्वेलरी ब्रांड।
नोट: Gold ETF और Gold स्टॉक्स अलग हैं। ETF सोने की Priceों पर निर्भर करता है, जबकि स्टॉक्स कंपनी के परफॉर्मेंस पर।
क्या Gold ETF में निवेश करना सही है? 🤝
Gold ETF उन लोगों के लिए अच्छा है, जो:
- सोने में निवेश करना चाहते हैं बिना फिजिकल Gold खरीदे।
- लॉन्ग-टर्म ग्रोथ (5-10 साल) चाहते हैं।
- पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना चाहते हैं।
लेकिन, अगर आप हाई रिटर्न (15-20%) या रेगुलर इनकम चाहते हैं, तो स्टॉक्स या म्यूचुअल फंड्स बेहतर हो सकते हैं।
अंतिम सलाह: Gold ETF में निवेश करने से पहले मार्केट ट्रेंड्स, Gold प्राइस, और अपने फाइनेंशियल गोल्स को अच्छे से समझें। 5-10% पोर्टफोलियो Gold में रखना एक स्मार्ट स्ट्रैटेजी हो सकती है। 😊
Top 10 Short FAQs on Gold ETF Kya Hota Hai 🪙
गोल्ड ETF क्या है?
गोल्ड ETF एक म्यूचुअल फंड है जो शुद्ध सोने में निवेश करता है और स्टॉक मार्केट में ट्रेड होता है। 🏦
गोल्ड ETF कैसे खरीदें?
डिमैट अकाउंट के जरिए BSE/NSE पर गोल्ड ETF यूनिट्स खरीदें, जैसे शेयर। 📈
क्या गोल्ड ETF सुरक्षित है?
हां, SEBI रेगुलेशन के कारण सुरक्षित है, लेकिन मार्केट रिस्क रहता है। 🔒
1 ग्राम सोना ETF में कैसे खरीदें?
1 यूनिट (1 ग्राम के बराबर) डिमैट अकाउंट से खरीदें, कीमत लगभग ₹6,000-7,000। 🛒
बेस्ट गोल्ड ETF कौन सा है?
Nippon India ETF Gold BeES, SBI Gold ETF, और HDFC Gold ETF पॉपुलर हैं। 🏆
क्या गोल्ड ETF पर टैक्स लगता है?
हां, शॉर्ट-टर्म (3 साल से कम) पर इनकम टैक्स स्लैब, लॉन्ग-टर्म पर 20% (इंडेक्सेशन के साथ)। 💸
क्या मैं कभी भी गोल्ड ETF बेच सकता हूं?
हां, मार्केट टाइम (9:15 AM-3:30 PM) में डिमैट अकाउंट से बेच सकते हैं। 🕒
गोल्ड ETF का रिटर्न कितना है?
औसतन 8-10% CAGR, 2024 में 20-23% रिटर्न मिला, लेकिन ये मार्केट पर निर्भर करता है। 📊
क्या टाटा गोल्ड ETF अच्छा है?
हां, इसका एक्सपेंस रेशियो कम (0.62%) है, लॉन्ग-टर्म के लिए अच्छा ऑप्शन। 👍
गोल्ड ETF में कितना निवेश करें?
पोर्टफोलियो का 5-10% गोल्ड ETF में निवेश करना स्मार्ट रणनीति है। 💡
निष्कर्ष 🌟
Gold ETF kya hota hai अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा। ये एक स्मार्ट, लो-रिस्क, और लिक्विड तरीका है सोने में निवेश करने का। चाहे आप Tata Gold ETF खरीदें या Nippon Gold BeES, हमेशा रिसर्च करें और अपने रिस्क प्रोफाइल को ध्यान में रखें। अगर आपके पास डिमैट Account है, तो आज ही 1 ग्राम सोने की शुरुआत करें और अपने पोर्टफोलियो को चमकाएं! 🪙
क्या आपके कोई सवाल हैं? नीचे कमेंट करें, हम आपके हर सवाल का जवाब देंगे! 😊
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Disclaimer: This blog on “Gold ETF Kya Hota Hai” is for information only, not financial advice. Gold ETF investments carry market risks. Consult a financial advisor before investing. Data is based on 2025 estimates and may vary. Do your own research.