जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle

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जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle
 

जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle

जीवन संघर्ष – Life Struggle Motivational Story..जब तक जीवन है तब तक संघर्ष है. लाइफ हमेशा आसानी से नहीं गुजरती. हर दिन कोई न कोई चुनौती, कोई न कोई, संघर्ष लाइफ में आता है और आता रहेगा.
ऐसा कोई नहीं हैं जिसकी लाइफ में चुनोतियाँ न हों, दुःख न हों, कठिनाई न हों, रुकावटें न हों, कोई अपनी नौकरी बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है, कोई अपने रिश्ते बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है और कोई नौकरी ढूंढने के लिए.
संघर्ष का दौर तो तब से शुरू हो जाता जब एक बच्चा माँ के पेट में होता है. जब वो चलना, बोलना सीखता है उसके लिए भी संघर्ष करता है. गिरता है, उठता है फिर गिरता है. जब बड़ा होता है पढाई के लिए संघर्ष, उसके बाद नौकरी के लिए संघर्ष ‘जब तक लाइफ है हमें संघर्ष करते हुए जीना होता है.
आज में आपसे एक छोटी सी कहानी (Short Motivational Story about Struggle) शेयर करने जा रहा हूँ. जो आपके सोचने के तरीके को यकीनन बदल देगी. आईये जानते हैं –

जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle

एक बेटी ने अपने पिता से कहा में बहुत परेशान हो चुकी हूँ. मेरी लाइफ परेशानियों, बाधाओं, कठिनाइयों से भरी हुई है. एक प्रॉब्लम जाती है तो दूसरी प्रॉब्लम क्रिएट हो जाती है. मैं बहुत दुखी हो चुकी हूँ. मैं क्या करूँ.।


अपनी बेटी के इस तरह से बात करने पर पिता सोच में पड़ गया. थोड़ा सोचने के बात पिता ने अपनी बेटी से कहा “मेरी बेटी क्या तुम मेरे साथ रसोई (Kitchen) में चल सकती हो.” बेटी थोड़ा मायूस हो गई, वो सोचने लगी मैंने अपने पिता को अपनी प्रॉब्लम बताई और वो किचन में ले जा रहे हैं. पर रूखे मन से अपने पिता से बोली “ठीक है पापा में चलती हूँ”।

उसके पिता ने तीन पतीले लिए और उनमे बराबर बराबर पानी भर दिया और गैस के तीन चूल्हों पर रख दिया, एक पतीले में उन्होंने कुछ आलू डाले, दूसरे पतीले में कुछ अण्डे डेल और तीसरे पतीले में उन्होंने कॉफी बीन्स डाली।  और तीनो पतीलों को एक सामान ताप में उबले के लिए रख दिया और इंतज़ार करने लगे.।

इस बीच वह अपनी बेटी से कुछ भी नहीं बोले, बस उन पतीलों को देखते रहे. बेटी भी चुपचाप खड़ी रही और कभी अपने पिता को तो कभी उन पतीलों को देखती रही. करीब 15 मिनट के बाद जब वो चीज़े काफी उबल गई उन्होंने तीनों चुल्हे बंद कर दिए.।

आलू वाले पतीले से आलू बाहर निकाले, अण्डें वाले पतीले से अण्डों को निकला और काफी को एक प्याले में निकला, और बेटी से बोले “बताओ तुमने क्या देखा”.।

बेटी ने जबाव दिया “आलू, अण्डे और कॉफी”. पिता ने कहा “आलू को देखकर बताओ पहले और अब में क्या अंतर है”. बेटी बोली “आलू पहले सख्त थे, अब उबलने से मुलायम हो गए हैं”. अब पिता ने अण्डों से छिलके निकालने को कहा, बेटी ने ऐसा ही किया। पिता ने पूछा “अब पहले में अण्डों और अब के अण्डों में क्या अंतर है”.   बेटी बोली “पहले अण्डें ऊपर से सख्त थे, और अंदर तरल था अब अण्डे अपने छिलकों से बहार हैं और तरल से सख्त हो चुके हैं”. पिता ने कहा “अब कॉफी के बारे में बताओ” बेटी बोली ” कॉफी बीन्स अलग अलग थी, आप पानी के साथ मिल चुकी हैं और अच्छी खुशबू भी आ रही है”.।

अब पिता ने बताया की इन तीनों चीज़ों को एक सामान पानी में, एक ही ताप पर और एक सामान टाइम पर उबाला, उसके बाद परिणाम भी अलग अलग मिले। हमारी लाइफ भी ऐसी ही है।  हर किसी की लाइफ में प्रॉब्लम आती है, और सभी को संघर्ष करना पड़ता है पर यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम इसको किस तरह से देखते हैं.।

जब संघर्ष का समय आता है तब किसी के लिए एक समस्या एक बड़ी समस्या होती है वहीं किसी दूसरे के लिए वही समस्या एक अवसर बन जाती है।  ये सब आपकी सोच पर निर्भर करता है. इसीलिए कभी भी समस्या से घबरायें नहीं, पॉजिटिव रहें। इस बात को याद रखें ” अगर यह काम हो गया तो अच्छा है और नहीं हो पाया तो और भी अच्छा है”. “संघर्ष केवल उन लोगों के हिस्से में आतें हैं. तो इसे बेहतरीन तरीके से अंजाम देने की ताक़त रखते हैं और सफल होते है”.।

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जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle

जीवन संघर्ष Motivational Story In Hindi For Life Struggle

A daughter told her father that I am very upset. My life is full of troubles, obstacles, difficulties. If one problem is created then another problem is created. I am very sad What should I do..
The father got into thinking when his daughter talked in this way. Thinking a little, the father said to his daughter, “My daughter, can you walk with me in the kitchen?” The daughter became a little disappointed, she started thinking that I told my father my problem and he is taking it to the kitchen. But with a rough heart, he said to his father, “Ok, I will go to my father”.

His father took three panes and filled them in equal amounts of water and placed them on three stoves of gas, in one pot he put some potatoes, in another pot he put some egg del and in the third pot he put coffee beans. And put all three vessels in a heat to boil and wait.

In the meantime, he did not say anything to his daughter, just kept looking at those vessels. The daughter also stood silently and sometimes kept watching her father and sometimes those petals. After about 15 minutes, when those things boiled a lot, they stopped all three stoves.

Take out the potatoes from the potato pot, the eggs came out of the egg and the coffee came out in a bowl, and said to the daughter, “Tell me what you saw”.

The daughter responded “Potatoes, eggs and coffee”. The father said “Looking at the potato, what is the difference between the first and the now”. Beti said “Potatoes used to be tough, now they are soft by boiling”. Now the father asked the eggs to peel, the daughter did the same. The father asked “What is the difference between eggs in the first and the eggs now”. Beti said, “First the eggs were hard from above, and there was liquid inside, now the eggs are out of their shells and hardened by the liquid”. The father said “Now tell me about coffee”, the daughter said, “Coffee beans were different, you have mixed with water and smells good”.

Now the father said that these three things boiled in the same water, at the same temperature and at the same time, after that the results were also different. Our life is also like this. Problem comes in everyone’s life, and everyone has to struggle but it depends on us how we look at it.

When the time of conflict comes, one problem is a big problem for another, while the same problem becomes an opportunity for another. It all depends on your thinking. That is why never panic, stay positive. Remember this thing, “If this work is done then it is good and if it is not done then it is even better”. “The struggle is only on the part of those people. So we have the strength to do it in the best way and succeed ”.

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